रुद्रप्रयाग: विश्व प्रसिद्ध केदारनाथ धाम के कपाट तय समय पर 6:15 पर आम श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिए गए। अब आगामी छह माह तक यहीं भोले बाबा की पूजा होगी। पहले दिन राज्यपाल डॉ. केके पाल ने भी भोले बाबा के दर्शन किए। वहीं, बदरीनाथ धाम के कपाट 30 अप्रैल को खोले जाने हैं।
कपाट खुलने के समय पूरी केदारपुरी बाबा भोले के जयकारों से गूंज उठी। वर्ष 2013 की आपदा के बाद इस बार पहला मौका है जब कपाट खुलने के दौरान साढ़े सात हजार से अधिक श्रद्धालु कपाट खुलने के दौरान मौजूद रहे। वहीं, दोपहर ढाई बजे तक करीब 25 हजार श्रद्धालु दर्शन कर चुके थे।
गत दिवस गौरीकुंड से बाबा केदार की उत्सव डोली रवाना होकर शाम को केदारनाथ पहुची थी। यहां मुख्य पुजारी राजशेखर लिंग के आवास पर पंचमुखी मूर्ति ने विश्राम किया। सुबह भोले बाबा के जयकारों व सेना के बैंड की धुन के बीच मूर्ति को मंदिर तक लाया गया।
इस दौरान वेदपाठियों, हकहकूकधारियों, मंदिर समिति के पदाधिकारियों, रावल भीमाशंकर लिंग की मौजूदगी में पूजा अर्चना के बाद गृभ गृह साफ सफाई की गई और पंचमूर्ति को गर्भगृह में स्थापित कर दिया गया। इसके बाद मंदिर के कपाट आम भक्तों के दर्शनार्थ खोल दिए गए।
इस दौरान राज्यपाल केके पॉल, बदरी केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष गणेश गोदियाल, मंदिर समिति के मुख्य कार्यधिकारी बीडी सिंह समेत बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे।
लेजर शोर के जरिये शिव महिमा का किया चित्रण
बारह ज्योर्तिलिंगों में से एक केदारनाथ धाम में लेजर शो के जरिये भगवान शिव की कथा का जीवंत चित्रण किया गया। गत रात से शुरु किया यहा यह शो हर रात चार मई तक चलेगा। शो का आयोजन अक्षर ग्रुप ऑफ कंपनीज के सहयोग से किया जा रहा है।
लेजर शो के माध्यम से आदि अनंत शिव के रूप में एक कथा का मंचन किया गया। साथ ही शिवलिंग की स्थापना की रहस्यमयी प्रस्तुति दी गई। इसका चित्रण मंदिर की पश्चिमी दीवार पर किया गया। लेजर शो की अवधि 25 मिनट तक है। चार मई तक रोजाना दो से तीन शो होंगे।
फूलों से की गई मंदिर की सजावट
कपाट खुलने से पहले ही केदारनाथ मंदिर की फूलों से पहले ही सजावट कर दी गई थी। साथ ही रंगनी लाइटों से रात को मंदिर की मनोहारी छटा श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर रही है। कपाट खुलने के दौरान केदारपुरी में सेना के बैंड की धुन में भक्त बाबा के जयकारे लगाने के साथ ही उत्साह और उल्लास में झूमते नजर आए।
राज्यपाल ने किए भोले बाबा के दर्शन
भगवान केदारनाथ धाम मंदिर के कपाट खुलने के समय पूजा-अर्चना कार्यक्रम में राज्यपाल डॉ. कृष्ण कांत पाल शामिल हुए। इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष श्री प्रेमचंद अग्रवाल भी उपस्थित थे। पूर्व मुख्यमंत्री एवं सांसद रमेश पोखरियाल निशंक ने भी बाबा केदार के दर्शन किए।
सुबह बड़ी संख्या में केदारपुरी पहुंच चुके श्रद्धालुओं के बीच राज्यपाल ने पूरे भक्तिभाव और श्रद्धा के साथ भगवान केदारनाथ के दर्शन किए और प्रदेश की खुशहाली के लिए प्रार्थना की। उन्होंने प्रदेशवासियों सहित देश के सभी लोगों के कल्याण की भी कामना की।
राज्यपाल ने स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों से श्रद्धालुओं के लिए की गई व्यवस्थाओं की जानकारी प्राप्त की।राज्यपाल ने कहा कि आस्था के इस दिव्य क्षेत्र में देश-विदेश से आने वाले तीर्थाटकों व पर्यटकों के साथ ऐसा व्यवहार हो कि उत्तराखण्ड विश्वभर में अपनी आध्यात्मिक व सांस्कृतिक समृद्धि के साथ ही बेहतर आतिथ्य सत्कार के लिए भी अपनी अनुकूल छवि स्थापित कर सके। पर्यटन और तीर्थाटन उत्तराखण्ड की आर्थिकी की रीढ़ है, यह बात सभी को ध्यान में रखनी होगी।