रुद्रप्रयाग: केदारनाथ में प्रशासन देश-दुनिया से आ रहे यात्रियों की स्वास्थ्य सुरक्षा में कोई कोताही नहीं बरतना चाहता। इसके लिए हेलीकॉप्टर को भी उपयोग में लाया जा रहा है। सोमवार को केदारनाथ पैदल मार्ग पर लिनचोली और द्वितीय केदार मध्यमेश्वर धाम में दो यात्रियों की तबीयत बिगड़ने पर उन्हें हेलीकॉप्टर से रेस्क्यू कर अस्पताल पहुंचाया गया। इसके साथ ही कपाट खुलने से लेकर अब तक नौ यात्रियों को हेलीकॉप्टर से रेस्क्यू किया जा चुका है। हालांकि, इसमें से दो की जान नहीं बचाई जा सकी।
सोमवार को लिनचोली में अहमदाबाद (गुजरात) निवासी 70-वर्षीय हंसा देवी पत्नी प्रभुदेवा की तबीयत अचानक बिगड़ गई। आपदा कंट्रोल रूम से इसकी सूचना मिलने पर डीएम मंगेश घिल्डियाल ने तत्काल इसका संज्ञान लेते हुए नोडल अधिकारी हेली सेवा को रेस्क्यू के निर्देश दिए। महिला को हेलीकॉप्टर से सुबह नौ बजे लिनचोली से गुप्तकाशी पहुंचाया गया।
वहीं, द्वितीय केदार मध्यमेश्वर धाम में भी सोमवार को मुंबई निवासी 65 वर्षीय सरिता चौधरी पत्नी वीरेंद्र चौधरी की अचानक तबीयत बिगड गई। उन्हें हेलीकॉप्टर से फाटा स्थित स्वास्थ्य केंद्र लाया गया। दोनों महिलाएं अब पूरी तरह स्वस्थ हैं।
डीएम मंगेश घिल्डियाल ने बताया कि यात्रियों के स्वास्थ्य का पूरा ख्याल रखा जा रहा है। केदारनाथ पैदल मार्ग पर जीवनरक्षक दवाइयां व ऑक्सीजन सिलिंडर मौजूद हैं। बताया कि मध्यमेश्वर व तुंगनाथ धाम में इस वर्ष पहली बार डाक्टरों की टीम तैनात की गई है।