देहरादून: उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश मुसीबत बनती जा रही है। विभिन्न सड़कों के भूस्खलन से बंद होने और खुलने का सिलसिला जारी है। चमोली में जल विद्युत परियोजना की नहर क्षतिग्रस्त हो गई। यमुनोत्री हाईवे भूस्खलन से बंद हैं। वहीं, बदरीनाथ और केदारनाथ के साथ ही हेमकुंड यात्रा सुचारु है। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे के बाद उत्तराखंड में तेज बारिश की चेतावनी दी है।
पिछले कई दिनों से हो रही बारिश ने उत्तराखंड में जनजीवन अस्तव्यस्त कर दिया। पर्वतीय क्षेत्रों में संपर्क मार्गों के साथ ही हाईवे बार-बार अवरुद्ध हो रहे हैं। फिलहाल बुधवार की सुबह अधिकांश स्थानों में बारिश थमने से लोगों ने राहत की सांस ली। दोपहर बाद देहरादून सहित कई स्थानों पर हल्की बूंदाबांदी शुरू हो गई।
चमोली जनपद में नंदाकनी नदी के निकट बनाला जल विद्युत परियोजना की नहर करीब 50 मीटर तक क्षतिग्रस्त हो गई। इससे बिजली उत्पादन ठप हो गया।
वहीं, उत्तरकाशी में रातभर बारिश के बाद अधिकांश स्थानों में धूप खिली है। गंगोत्री हाईवे थेरांग और हेल्गुगाड के पास भूस्खलन का मलबा आने से बंद हो गया। जिसे बाद में खोल दिया गया। वहीं, यमुनोत्री हाईवे डाबरकोट के पास भूस्खलन से गत रात से बंद है।
पिथौरागढ़ में भी सुबह के समय बारिश थम गई। वहीं, चंपावत में कल रात हुई भारी बारिश से सुखिढांग के पास भूस्खलन हो गया। इससे सड़क बंद है।
घटने लगा है गंगा का जल स्तर
हरिद्वार जिले में गंगा नदी के जलस्तर घटने बढ़ने का क्रम जारी है। मंगलवार की शाम सात बजे जहां गंगा का जलस्तर चेतावनी स्तर 293 मीटर पर जा पहुंचा था। इसके बाद प्रशासन ने तटीय क्षेत्रों में अलर्ट जारी कर दिया था। वहीं रात में आठ बजे यह कम होकर 292.50 पर आने से प्रशासन ने थोड़ी राहत की सांस ली थी। बुधवार की सुबह गंगा के जलस्तर में कमी जारी रहा। सुबह छह बजे गंगा का जलस्तर 292.30 मीटर रेकार्ड किया गया। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी मीरा कैंतुरा ने बताया हालांकि जलस्तर घटाव पर है। फिर भी सतर्कता से निगरानी की जा रही है।
गुरुवार को प्रदेश में भारी बारिश की चेतावनी
मौसम विभाग ने गुरुवार को प्रदेश के कई क्षेत्रों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। साथ ही अगले 24 घंटों में देहरादून एवं उसके आसपास के क्षेत्रों में एक-दो दौर तेज बारिश होने के आसार हैं।