देहरादून: शहर में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई में पुलिस फोर्स और अफसरों की कमी खलने लगी है। प्रेमनगर में चलने वाला अभियान अब विधानसभा सत्र के बाद चलेगा। यहां फिलहाल मजदूरों के सहारे अतिक्रमण हटाया जाएगा। इसके अलावा शहर के दूसरे हिस्से में चिह्नित अतिक्रमण पर भी अगले सप्ताह ही कार्रवाई होगी।
हाईकोर्ट के आदेश पर राजधानी में सड़क, फुटपाथ, नाली और सरकारी जमीनों हुए अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई चल रही है। इसी के तहत प्रेमनगर में भी बड़ी कार्रवाई की गई। यहां ध्वस्तीकरण के तीसरे दिन व्यापारियों ने 48 घंटे की मोहलत मांगी थी।
फिलहाल अब यहां मजदूरों के द्वारा अतिक्रमण हटाया जाएगा। जिलाधिकारी एसए मुरूगेशन का कहना है कि पुलिस फोर्स और अधिकारी विधानसभा सत्र में व्यस्त हैं। ऐसे में यहां अतिक्रमण पर कार्रवाई करनी अभी संभव नहीं है। प्रेमनगर समेत शहर के अन्य हिस्सों में मजदूरों से अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए गए हैं।
इसके अलावा अतिक्रमण करने वालों से भी स्वयं अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए हैं। विधानसभा सत्र के बाद शहर के चार जोन में अतिक्रमण हटाया जाएगा।
प्रेमनगर मामले में मुख्यमंत्री से मिले विधायक
प्रेमनगर में अतिक्रमण हटाने के बाद बेघर और बेरोजगार हुए लोगों की मदद को कैंट विधायक हरबंस कपूर और रायपुर विधायक उमेश शर्मा काऊ ने मुख्यमंत्री से मुलाकात की। विधानसभा स्थित मुख्यमंत्री कार्यालय में विधायकों के साथ प्रेमनगर के व्यापारी भी शामिल हुए।
उन्होंने कहा कि व्यापारियों को भारी नुकसान हुआ है। ऐसे में उनके पुनर्वास और आर्थिक मदद को लेकर जल्द सरकार फैसले लें। इस मामले में मुख्यमंत्री ने उचित कार्रवाई का भरोसा दिया है।
सड़क चौड़ीकरण की चुनौती
अतिक्रमण ध्वस्तीकरण के बाद प्रेमनगर बाजार और नंदा की चौकी के बीच संकरी गली वाली सड़क को चौड़ा करना अभी भी चुनौती है। समय रहते इस रोड के चौड़ीकरण की कार्रवाई न की गई तो यहां स्थिति जस की तस रहेगी। खासकर इस सड़क के दोनों तरफ टीले पर अतिक्रमण वाले भवन अधिकांश ध्वस्त किए गए हैं। मगर, वैध भवनों को सुरक्षित रख सड़क चौड़ीकरण करना कठिन कार्य है।