उत्तराखंड में राष्ट्रपति शासन लगा दिया गया। राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू करने की सिफारिश पर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने आज सुबह संविधान के अनुच्छेद 356 के तहत हस्ताक्षर किए । सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार उत्तराखंड विधानसभा भंग नहीं हुई है, निलंबित की गई है। जल्द अधिसूचना जारी की जाएगी।
पीटीआई के हवाले से कहा गया है कि कल देर रात प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में उत्तराखंड में राष्ट्रपति शासन लगाने की सिफारिश की गई थी जिसके बाद वित्त मंत्री अरुण जेटली ने इसकी जानकारी राष्ट्रपति को दी।
फैसले के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद ने इस आदेश को असंवैधानिक बताते हुए इसे कोर्ट में चुनौती देने की बात कही है।
उत्तराखंड में राष्ट्रपति शासन लागू होने के बाद भाजपा नेता श्याम राजू ने कहा कि हमने राष्ट्रपति से मुलाकात की, हमने राज्य को चुनाव के संकट से बचाने के लिए अपील की थी,हमें राष्ट्रपति शासन लगने की उम्मीद थी। उन्होंने कहा कि पूरा देश देख रहा था कि मुख्यमंत्री अपनी अल्पमत सरकार चालाने के लिए किस हद तक जा रहे थे।
भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि यदि कोई हार्स ट्रेडिंग के जरिए बहुमत सिद्ध करेगा तो ये प्रजातांत्रिक नहीं गिरोह की सरकार होगी। गिरोह की सरकार से बचने अौर प्रजातंत्र का सम्मान करने के लिए उत्तराखंड में राष्ट्रपति शासन लगा।
कांग्रेस के बागी नेता विजय बहुगुणा ने कहा कि मैं उत्तराखंड में राष्ट्रपति शासन का स्वागत करता हूं। राज्य में नए सिरे से चुनाव होना चाहिए।