देहरादून।किटी कमेटी के नाम पर धोखाधड़ी के मामले रुकने का नाम नहीं ले रहे। सोमवार को शहर कोतवाली क्षेत्र में एक और मामला प्रकाश में आया, जिसमें किटी संचालिका तीन सौ से अधिक महिलाओं-पुरुषों के तीन करोड़ रुपये डकार कर फरार हो गई है। मामले में पुलिस ने संचालिका और उसके पति पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।डिस्पेंसरी रोड निवासी शालिनी वर्मा पत्नी अतुल वर्मा ने शहर कोतवाली पुलिस को बताया कि वह पलटन बाजार के महावर मार्केट में बुटीक चलाती हैं। करीब दो साल पूर्व पूनम और उसके पति साहिल निवासी अधोईवाला रायपुर से संपर्क हुआ। उसने किटी में पैसे लगाने का ऑफर दिया। कुछ समय तक पैसे जमा किए, जिसकी रकम पूनम ने लौटा दी। इसके बाद उस पर विश्वास जमने लगा तो और भी रकम किटी में लगा दी।इस बीच पूनम ने कहा कि उसके पति को प्रॉपर्टी डीलिंग में काफी घाटा हो गया है। इसके बाद उसने रिश्तेदारों से सत्रह लाख रुपये उधार लेकर उसे दे दिए। बाद में अपनी ज्वेलरी गिरवी रखकर आठ लाख रुपये की मदद की। इसके बाद पूनम से किटी की रकम वापस करने की बात कही गई तो वह धमकी देने लगी। बीते 28 अप्रैल को पूनम और साहिल का फोन बंद हो गया।उनके घर के आसपास पूछने पर पता चला कि वह सब रात में सारा सामान पैक कर कहीं चली गई हैं। कोतवाल एसएस नेगी ने बताया कि पूनम और साहिल पर धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। दोनों के बैंक अकाउंट और मोबाइल कॉल डिटेल से जानकारी जुटाई जा रही है। आरोपितों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। बता दें कि बीते एक सप्ताह के भीतर पटेलनगर, नेहरू कॉलोनी और शहर कोतवाली में इस तरह के पांच मामले में दर्ज हो चुके हैं। मगर सवाल यह है कि इसके बाद भी दून में किटी का काला कारोबार बेधड़क चल रहा है।