नैनीताल: लालकुआं पुलिस ने सड़क दुर्घटना में मारी गई कुलजीत हत्याकांड का खुलासा कर दिया है। कुलजीत की हत्या उसके पति ने ही साढ़े सात लाख रुपये की सुपारी देकर दी थी, जिसके लिए उसने खटीमा के एक प्रतिष्ठित रेता बजरी कारोबारी के माध्यम से नानकमत्ता और केलाखेड़ा के दो लोगों से सांठगांठ कर कुलजीत की कार से टक्कर मारकर हत्या कराई। पुलिस ने हत्याकांड के मास्टर माइंड पति समेत चारों आरोपितों को हत्या, षडयंत्र रचने समेत तमाम धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया है। घटना में प्रयुक्त कार भी बरामद कर ली गई है। सात मई की रात लगभग साढ़े आठ बजे शिवालिक पुरम कॉलोनी निवासी ट्रांसपोर्ट व्यवसाई हरचरण सिंह उर्फ छोटू की पत्नी कुलजीत कौर ३० को शिवपुरी कॉलोनी के बाहर राष्ट्रीय राजमार्ग में फुटपाथ के किनारे अज्ञात कार ने जोरदार टक्कर मार दी, जिसके बाद अस्पताल में उसकी मौत हो गई। तीन दिन बाद छत्तीसगढ़ से आई बहन सुरजीत ने अपने जीजा पर हत्या का शक जताते हुए मुकदमा दर्ज कराया। बुधवार को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार मीणा ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि हरचरण सिंह तलाक ना देने व मकान से कब्जा ना छोडऩे के कारण मृतका को रास्ते से हटाना चाहता था, जिसके लिए उसने कंजाबाग, खटीमा निवासी रेता बजरी कारोबारी भाजपा कार्यकर्ता लक्ष्मण सिंह भाटिया, नगला नानकमत्ता ऊधमसिंह नगर निवासी नरेंद्र सिंह व उसके केलाखेड़ा निवासी ड्राईवर छिंदर सिंह उर्फ छिंदा के साथ बैठकर अपनी पत्नी की हत्या का ताना बाना बुन डाला।
हरचरण ने भाटिया को तीन लाख १० हजार रुपये बतौर एडवांस दिए, जबकि चार लाख चालीस हजार रुपये हत्या करने के बाद देना तय हुआ था। सात मई को हरचरण, नरेंद्र व छिंदा ने हल्दूचौड़ शराब भट्टी में शराब पी और पिंटू की बिना नंबर की टाटा टियागो कार सोयाबीन फैक्ट्री के पास आ गए। छिंदा को कार में छोड़कर हरचरण व पिंटू शिवपुरी गेट के दोनों तरफ रैकी करने लगे। कुलजीत टैंपो से उतरकर पीछे शिवपुरी कॉलोनी में चावल लेने चली गई। जैसे ही वह चावल लेकर वापस आई तो फोन से इशारा मिलने के बाद छिंदा ने उसे कार से जोरदार टक्कर मार दी, जिसके बाद पिंटू ने कार को केलाखेड़ा में अपने ससुराल में खड़ी कर दिया और सभी अपने-अपने घर चले गए। पुलिस जांच में कुछ साक्ष्य मिलने के बाद पुलिस ने हरचरण को हिरासत में लिया तो वह पुलिस की पूछताछ में टूट गया और पत्नी की हत्या कबूलते हुए पूरी कहानी बयां कर दी। पुलिस ने चारों को आईपीसी की धारा ३०२, ५०६, २०१, ३४ व १२०बी के तहत नैनीताल जेल भेज दिया है।
कप्तान व क्षेत्रवासियों ने पुलिस को सराहा
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार मीणा ने हत्या का त्वरित खुलासा करने वाली पुलिस टीम को ढाई हजार रुपये इनाम देने की घोषणा की, जबकि पंजाबी महासभा व व्यापार मंडल के लोगों ने हत्या के खुलासे को लेकर पुलिस की सराहना की। आरोपितों को पकडऩे वाली टीम में कोतवाल योगेश चंद्र उपाध्याय, एसओजी प्रभारी दिनेश चन्द्र पंत, वरिष्ठ उपनिरीक्षक प्रेम विश्वकर्मा, चौकी इंचार्ज विमल कुमार मिश्रा, राकेश कठायत, चंद्रशेखर जोशी, किशोर रौतेला सहित तमाम पुलिस एवं एसओजी कर्मी शामिल थे।