देहरादून- चैबट्टाखाल विधान सभा से भाजपा प्रत्याशी सतपाल महाराज को जिस तरह से वहां की स्थानीय जनता का समर्थन मिल रहा है उसे देखकर लगता है कि, चैबट्टा खाल विस से उनकी जीत सुनिश्चित है। बुद्धिजीवी व साफ छवि होने के कारण अब तक के राजनीतिक सफर में महाराज पर भ्रष्टाचार का कोई आरोप नहीं है, और शायद यही वजह है कि, चैबट्टाखाल विस के लोग भाजपा से अपना उम्मीदवार चुने जाने पर उन्हें अपना पूर्ण समर्थन दे रहे हैं। महाराज के विपक्ष में कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार राजपाल सिंह बिष्ट इन विधान सभा चुनावों के लिए चुनाव मैदान में उतरे हैं, जो पिछले विस चुनाव में भाजपा प्रत्याशी टी.एस. रावत से चुनाव हार चुके हैं। आध्यात्मिकता से जुड़े होने के कारण आज भी सतपाल महाराज के व्यक्तित्व में उनके गांव व राज्य के प्रति समपर्ण की भावना दिखती है, और यही कारण है कि, आज भी चैबट्टाखाल विस की सम्मानित जनता का महाराज जी के प्रति अलग ही लगाव है।
सतपाल महाराज 1989 से राजनीति में अपना अहम योगदान दे रहे हैं, लेकिन पहली बार वह इस विधान सभा से चुनावी मैदान में ताल ठोक रहे हैं। महाराज की पत्नि अमृता रावत 2012 में इस क्षेत्र से चुनाव जीत चुकी हैं, उनके कार्यकाल में वह वहां की जनता के विकास के कई मार्ग खोल चुकी हैं, जिस कारण अब उम्मीदें लगायी जा रही है कि, सतपाल महाराज भी इस बार के चुनावों में इस विधान सभा से महाराज जी की जीत सुनिश्चित है। मोहन जो उस क्षेत्र के स्थानीय निवासी हैं, उनके अनुसार, महाराज जी ने हमेशा इस क्षेत्र के विकास के लिए अपना पूर्ण सहयोग व योगदान दिया है, वह यहां कि स्थानीय जनता की आवश्यकताओं व भावनाओं से भली-भांति परिचित हैं। हम अपने क्षेत्र के विकास व भावी पीढ़ी के उज्जवल भविष्य के लिए महारज जी को अपना समर्थन देंगे।