देहरादून। इंडियन मिलेट्री एसोसिएशन के सचिव डा. डीडी चौधरी ने कहा है कि मेडिकल संस्थानों के साथ ही राजकीय मेडिकल संस्थानों में केन्द्र सरकार द्वारा नेशनल एक्जिट टेस्ट को पारित किये जाने का व्यापक स्तर पर विरोध किया जायेगा। इसके लिए कल देशभर में विरोध प्रदर्शन किया जायेगा।
उत्तरांचल प्रेस क्लब में आयोजित पत्रकार वार्ता में उन्होंने कहा कि नेशनल एक्जिट टेस्ट में वर्ष 1956 में परिवर्तन किया गया और अब केन्द्र सरकार इसमें और परिवर्तन करने का जा रही है जिसका पुरजोर विरोध किया जायेगा। उन्होंने कहा कि मेडिकल संस्थानों में अध्ययनरत छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। उनका कहना है कि उसके लिए यह परीक्षा किस लिए संचालित की जा रही है यह चिंता का विषय है। उनका कहना है कि साढे चार साल की कडी मेहनत करने के बाद फिर से नेशनल एक्जिट टेस्ट दिया जाना पूर्ण रूप से गलत है और एक्जिट परीक्षा पास किये जाने के बाद ही डिप्लोमा मिलेगा और तभी प्रमाण दिया जायेगा। उनका कहना है कि यह छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। उनका कहना है कि केन्द्र सरकार की इस प्रकार की जन विरोधी व छात्र विरोधी नीतियों के खिलाफ एक फरवरी को देशभर में विरोध प्रदर्शन किया जायेगा। उनका कहना है कि इसके अंतर्गत देशभर के सरकारी एवं सरकारी एवं मेडिकल संस्थानों में इसका विरोध किया जायेगा।
उनका कहना है कि केन्द्र सरकार इस मुददे पर दोहरी नीति अपना रही है और इस विरोध प्रदर्शन को आईएमए का पूर्ण रूप से समर्थन है और केन्द्र सरकार जिस प्रकार से यह नीति अपना रही है उससे मेडिकल के छात्रों का भविष्य अंधकारमय होने की पूरी संभावना है। उनका कहना है कि देशभर मंे आईएमए के तीन लाख चिकित्सक है जो विरोध में शामिल होंगें।