देहरादून । पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने कहा की नोटबंदी सदी का सबसे बड़ा घोटाला होगा । नोट बंदी की जांच सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में कराये जाने की आवश्यकता है ।
उत्तराखंड चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशियों के पक्ष में प्रचार को आए पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने पत्रकार वार्ता में कहा की 8 नवम्बर को हुई नोट बंदी सदी का सबसे बड़ा घोटाला है । उन्होंने कहा कि नोट बंदी पर प्रधानमंत्री को देश की जनता से माफ़ी मांगनी चाहिए । नोट बंदी के दौरान लोगों ने अपने पैसे के लिए भीख मांगी है ये दुर्भाग्य है इस देश का । अब मोदी तय करेंगे की हम अपना पैसा कैसे और कब और कितना निकालेंगे । नोट बंदी के दौरान सही में प्रधानमंत्री ने पूरे देश को कैशलेस कर दिया था । मोदी के इस फैसले से रिजर्व बैंक की साख गिरी है। नोट बंदी के नाम पर काले धन पर चोट पहुंचाने के नाम पर पूरी दुनिया में संदेश दिया की भारत एक भ्रष्ट देश है । नोट बंदी के बाद नए नोट के 70 फीसदी सिक्योरिटी फीचर कॉपी हो गए और कुछ दिनों में 100 फीसदी कॉपी हो जायेंगे । इस नोट बंदी से रोजगार और बाजार बुरी तरह टुटा है । उन्होंने कहा की केंद्र सरकार को लोकायुक्त बनाने के लिए 34 महीने में पूरे देश से एक भी ईमानदार नहीं मिला । एनडीए सरकार स्मार्ट सिटी बनाने की बात कर रही है जब देश टॉयलेट बनाने के लिए संघर्ष कर रहो हो ।
शर्मा ने कहा की मैं कांग्रेस प्रत्याशियों के लिये प्रचार करने आया हूं । उत्तराखंड के चुनाव का बड़ा महत्त्व हम समझते हैं । देश के हालात दिन ब दिन बिगड़ रहे हैं । उत्तराखंड के मतदाताओं की भूमिका का बड़ा महत्त्व है । उत्तराखंड के विकास, समस्याओं के समाधान के लिए, प्रदेश के भविष्य के लिए और विशेष युवाओं के लिए रोजगार पैदा करना हमारी प्राथमिकता है । महिलाओं और सैनिको के हित के लिए कार्य करना भी हमारे मुख्य एजेंडे में है । 2014 के बाद एनडीए सरकार ने उत्तराखंड को एक भी पैसा नहीं दिया । विशेष तौर पर केदारनाथ आपदा में जो रहत कार्य चल रहा था उसके लिए । मोदी जी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार ने पहाड़ी राज्यों के साथ भेदभाव किया है । जंहा जंहा कांग्रेस की सरकारे हैं वंहा पर चोट पंहुचाई है, अपमानित किया है । ये दुःख की बात है पर सच है कि कांग्रेस की सरकारों पर भाजपा की कृपा नहीं हुई मगर निशाना जरूर लगाया है ।