कहते हैं अगर व्यक्ति को स्वस्थ रहना है, तो उसे एक अच्छा आहार लेना पड़ता है। हमारा खाना ऐसा होना चाहिए जिसमें प्रोटीन, विटामिन, आयरन, मैग्नीशियम जैसे कई अन्य जरूरी पोषक तत्व हों, क्योंकि ये हमारी सेहत को स्वस्थ रखने का काम करते हैं। डॉक्टर भी इस बात को कहते हैं कि एक अच्छी डाइट ही व्यक्ति को स्वस्थ रखने में अहम रोल निभाती हैं। वहीं, जब आप किसी बीमारी से जूझ रहे होते हैं, तो ये और जरूरी हो जाता है कि आपकी डाइट काफी हेल्दी हो। ऐसा इसलिए क्योंकि बीमारियों के समय शरीर में कई तरह की दिक्कतें होती हैं जिन्हें दूर करने में हमारा भोजन हमारी मदद कर सकता है। जैसे- दिल के मरीजों के लिए एक हेल्दी डाइट बेहद जरूरी है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि ऐसे लोगों को किन चीजों का सेवन नही करना चाहिए? शायद नहीं, तो चलिए हम आपको बताते हैं।
नमक
नमक हमारे खाने का स्वाद बढ़ाने का काम करता है, लेकिन अगर इसका ज्यादा सेवन किया जाए तो ये हमें नुकसान भी पहुंचा सकता है और वो भी खासकर हार्ट के मरीजों को। नमक का ज्यादा सेवन करने से ब्लड प्रेशर बढ़ता है, जिसके कारण हार्ट फेल्योर और हार्ट अटैक आने का खतरा काफी बढ़ जाता है।
अंडे की जर्दी
अंडे की जर्दी का सेवन दिल के मरीजों को नही करना चाहिए और अगर वो ऐसा करते हैं, तो इससे उन्हे नुकसान पहुंच सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि अंडे की जर्दी सेचुरेटेड फैट्स से भरपूर होती है। वहीं, अंडा भी दिल की बीमारी के खतरे को बढ़ा सकता है, इसलिए इसका भी सेवन कम ही करें।
मीठी चीजें
लोगों की आदत होती है कि वो खाना खाने के बाद कुछ न कुछ मीठा खाते हैं, जो कि लोगों को काफी पसंद होता है। लेकिन ज्यादा मीठे का सेवन सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है। वहीं, दिल के मरीजों के लिए ये और भी ज्यादा खतरा पैदा कर सकता है।
मैदा
मैदा से बनी चीजें खाने में जितनी स्वादिष्ट होती हैं, उतनी ही ये हमारी सेहत के लिए नुकसानदायक भी होती है और वो भी खासकर हार्ट के मरीजों के लिए। जब ज्यादा मैदा या इससे बनी चीजों का सेवन किया जाता है, तो इससे शरीर में कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ जाता है। वहीं, मैदे के सेवन से हार्ट अटैक का खतरा भी बढ़ जाता है।
नोट: प्रिया पांडेय योग्य और अनुभवी डायटिशियन (आहार विशेषज्ञ) हैं। उन्होंने कानपुर के सी.एस.जे.एम. विश्वविद्यालय से मानव पोषण में बी.एस.सी. किया है। उन्होंने कानपुर के आभा सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में आहार विशेषज्ञ के रूप में काम किया है। उन्होंने जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में पोषण व्याख्यान के विषय के प्रतिनिधि के रूप में भी भाग लिया है। उनका इस क्षेत्र में 8 वर्ष का लंबा अनुभव है।