जरूरत पड़ी तो फिर सर्जिकल स्ट्राइक किए जा सकते हैं: रावत

दिल्ली। सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने पाकिस्तान को सख्त संदेश देते हुए कहा कि जरूरी हुआ तो नियंत्रण रेखा पर आतंकियों के लांच पैड पर और सर्जिकल स्ट्राइक किए जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि नियंत्रण रेखा पर घुसपैठ जारी है क्योंकि वहां आतंकियों के लांच पैड अब भी संचालित हो रहे हैं।

जनरल रावत ने कहा, ‘सर्जिकल स्ट्राइक से हम आतंकियों को संदेश देना चाहते थे। हमारा मानना है कि वे समझ गए होंगे कि हम क्या चाहते हैं। अगर वे नहीं समझे तो इसे दोहराया भी जा सकता है।’ वह ‘इंडियाज मोस्ट फीयरलेस’ किताब के लांच के अवसर पर सोमवार को आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। किताब में म्यांमार और नियंत्रण रेखा पार की गई सर्जिकल स्ट्राइक का वर्णन किया गया है।

जनरल रावत ने कहा कि सीमा पार से घुसपैठ जारी है। उस पार आतंकी तैयार हैं और इस पार हम उनके ‘स्वागत’ के लिए तैयार हैं। अगर वे घुसपैठ की कोशिश करेंगे तो हम उन्हें ढाई फीट जमीन के अंदर दफना देंगे। सर्जिकल स्ट्राइक का क्या प्रभाव हुआ, यह पूछने पर जनरल रावत ने कहा कि इससे यह संदेश गया कि हम मजबूत राष्ट्र हैं और समय आने पर फैसले लेने में सक्षम हैं।

सर्जिकल स्ट्राइक के दौरान सेना प्रमुख रहे जनरल (सेवानिवृत्त) दलबीर सिंह ने भी प्रभाव के बारे में यही बात कही। इसने दुनिया में भारत की छवि को बढ़ाया। बता दें कि पिछले साल उड़ी में सेना के कैंप पर आतंकी हमले के बाद भारतीय सेना ने गुलाम कश्मीर में घुसकर आतंकियों के लांच पैड को ध्वस्त किया था। 28-29 सितंबर 2016 के बीच की रात इस सर्जिकल स्ट्राइक में बड़ी संख्या में आतंकी मारे गए थे और सात आतंकी शिविरों को ध्वस्त कर दिया गया था।

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