नई दिल्ली। डेरा सच्चा सौदा प्रमुख को दोषी ठहराये जाने के बाद हुई हिंसा के सिलसिले में हरियाणा पुलिस द्वारा वांछित हनीप्रीत इंसां की अग्रिम जमानत याचिका पर सुनवाई के लिये आज दिल्ली उच्च न्यायालय तैयार हो गया। हनीप्रीत के आवेदन से जुड़ी याचिका को अति आवश्यक आधार पर सुनवाई के लिये कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश गीता मित्तल और न्यायमूर्ति सी हरिशंकर के समक्ष पेश किया गया था जिन्होंने जानना चाहा कि वे इसे लेकर ‘‘अब इतने उत्साहित’’ क्यों हैं?
हनीप्रीत के लिये तीन हफ्ते की ट्रांजिट अग्रिम जमानत मांगने वाले अधिवक्ता प्रदीप कुमार आर्या से पीठ ने पूछा, ‘‘आप निश्चित तौर पर इसकी उम्मीद कर रहे होंगे।’’ वकील द्वारा अति आवश्यक आधार पर इस याचिका की सुनवाई के लिये अनुरोध किये जाने के बाद पीठ ने हालांकि इस मामले को आज सुनवाई के लिये सूचीबद्ध कर दिया। आर्य ने अदालत को सूचित किया कि डीजीपी हरियाणा हनीप्रीत की जान को ‘‘खतरा’’ बता चुके हैं।
जेल में बंद डेरा प्रमुख की गोद ली हुई बेटी प्रियंका तनेजा उर्फ हनीप्रीत का नाम दुष्कर्म के मामले में राम रहीम को दोषी ठहराये जाने के बाद हुई हिंसा के सिलसिले में हरियाणा पुलिस द्वारा ‘वांछित’ 43 लोगों की सूची में सबसे ऊपर है। पंचकूला में एक विशेष सीबीआई अदालत ने 25 अगस्त को राम रहीम को दोषी ठहराया था जिसके बाद हरियाणा के पंचकूला और सिरसा जिलों में हिंसा और आगजनी की घटनायें हुई थीं जिनमें 41 लोगों की मौत हो गयी और कई अन्य घायल हो गये।
सीबीआई अदालत ने 2002 में अपनी दो शिष्याओं से दुष्कर्म के मामले में 28 अगस्त को राम रहीम को 20 साल की कैद की सजा सुनाई थी। डेरा प्रमुख जब 25 अगस्त को विशेष सीबीआई अदालत आया था तब हनीप्रीत उसके साथ थी। दोषी ठहराये जाने के बाद राम रहीम को जिस विशेष हेलीकॉप्टर से पंचकूला से रोहतक ले जाया गया हनीप्रीत उसमें भी सवार थी। हनीप्रीत की तलाश में हरियाणा पुलिस की कई टीमें लगी हुई हैं और भारत-नेपाल सीमा समेत देश के अलग-अलग हिस्सों में उसकी तलाश की जा रही है।