उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव का रिजल्ट आने में अब महज 24 घंटों का ही इंतजार बाकी है। इससे पहले सोमवार को आए एग्जिट पोल्स में से ज्यादातर ने भाजपा की वापसी का अनुमान लगाया है। यही नहीं कई एग्जिट पोल्स में तो सीएम योगी आदित्यनाथ की लीडरशिप में भाजपा को 250 से ज्यादा सीटें मिलने की बात कही गई है। यदि एग्जिट पोल्स के नतीजे सही साबित होते हैं तो फिर इसका राष्ट्रीय राजनीति पर बड़ा असर दिखने को मिलेगा। 35 सालों के बाद ऐसा होगा, जब कोई पार्टी लगातार दूसरी बार सत्ता में लौटेगी। भाजपा के लिए इस करिश्मे का सीधा श्रेय योगी आदित्यनाथ को ही जाएगा, जिनके चेहरे पर भाजपा ने खुलकर चुनाव लड़ा है।
कानून व्यवस्था, महिला सुरक्षा, पेपर लीक जैसे मामलों पर जीरो टोलरेंसी की नीति अपनाकर चर्चा में आए योगी आदित्यनाथ इस जीत के बाद राष्ट्रीय राजनीति के फलक पर भी छाते दिखेंगे। सीएम योगी आदित्यनाथ की तुलना राजनीतिक विश्लेषक पीएम नरेंद्र मोदी की गुजरात सीएम के तौर पर लगातार जीतों से भी कर रहे हैं। कैसे सीएम नरेंद्र मोदी लगातार गुजरात में जीत के बाद पीएम बने, उसे योगी की पॉलिटिक्स के लिए एक मॉडल के तौर पर देखा जा रहा है। उत्तर प्रदेश जैसे अहम राज्य में जीत से ब्रांड योगी निश्चित तौर पर मजबूत होगा और इसमें भाजपा अपना भविष्य भी देख रही है। कहा जा रहा है कि सीएम योगी के उभार में ही पीएम नरेंद्र मोदी के बाद कौन का जवाब भी छिपा है।
बीते साल दिल्ली में भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में सीएम योगी आदित्यनाथ ने ही राजनीतिक प्रस्ताव पेश किया था। वह अकेले ऐसे सीएम थे, जिन्हें दिल्ली में बुलाया गया था, जबकि अन्य मुख्यमंत्री वर्चुअल तौर पर ही जुड़े थे। इसे उनके सियासी कद में इजाफे के तौर पर देखा गया था। लेकिन अब यूपी में जीत इस बात पर मुहर लगा देगी कि सीएम योगी आदित्यनाथ अब राष्ट्रीय नेता हो चले हैं।