घर में जब भी नन्हा मेहमान आता है तो घर की बुजुर्ग महिलाएं नई मां को आटे की पंजीरी बनाकर खाने के लिए देती हैं। यह परंपरा सदियों से चली आ रही है। पर क्या आप इसके पीछे की वजह जानते हैं, आखिर आटे की पंजीरी में ऐसा क्या होता है कि डिलीवरी के तुरंत बाद आटे की पंजीरी खाने की सलाह दी जाती है। आइए जानते हैं डिलीवरी के बाद आटे की पंजीरी खाने के क्या हैं फायदे।
आटे की पंजीरी नई मां के लिए क्यों है जरूरी-
नई मां की सेहत डिलीवरी के बाद काफी कमजोर हो जाती है। डिलीवरी के समय उसके शरीर से ढेर सारा खून निकल जाता है और कई अंग घायल हो जाते हैं, जिसके कारण अगले कुछ समय तक शारीरिक कमजोरी और मानसिक तनाव जैसी समस्याएं उन्हें परेशान करती रहती हैं। ऐसे में जरूरी है कि उनकी डाइट ऐसी हो जिससे उन्हें भविष्य में किसी भी तरह की मानसिक-शारीरिक परेशानी का सामना न करना पड़ सके। प्रसव के बाद शिशु को स्तनपान कराने वाली महिलाओं के आहार में आटे की पंजीरी को शामिल किया जाता है। इसे सप्लीमेंटरी स्नैक्स और शरीर को उचित पोषण देने वाला आहार माना जाता है। पंजीरी में प्रोटीन, कैल्शियम, फास्फोरस और आयरन प्रचूर मात्रा में मौजूद होते हैं। यही वजह है कि यह शरीर को ऊर्जा और पोषक तत्व प्रदान करने में मदद करता है।
डिलीवरी के बाद पंजीरी खाने के फायदे-
पौष्टिक-
आटे की पंजीरी में प्रोटीन, कैल्शियम, फास्फोरस और आयरन जैसे जरूरी मिनरल्स के साथ ही फैट, फाइबर, ऐश भी मौजूद होते हैं, जो उसे सेहत के लिए काफी पौष्टिक बनाते हैं।