नई दिल्ली। भाजपा के सभी सांसदों को अपने अपने क्षेत्र से ऐसे पांच नगीने का नाम भेजने को कहा गया है जो 20-30 आयु वर्ग के हों और सामाजिक, आर्थिक, विज्ञान व अन्य किसी क्षेत्र में विशिष्टता रखते हों। उन्हें तराशने का काम केंद्रीय स्तर पर होगा।
यूं तो खुद प्रधानमंत्री की ओर से सभी पार्टी सांसदों को पहले ही इसका निर्देश दिया गया था लेकिन अन्य मामलों की तरह ही इस बाबत भी अधिकतर सांसद सुस्त निकले। ऐसे में दो दिन पहले ही उन्हें फिर से याद दिलाया गया कि रविवार तक उनके नाम पार्टी महासचिव भूपेंद्र यादव को भेजें। अपने स्तर पर आश्वस्त होने के बाद ये नाम फिर पीएमओ को भेजे जाएंगे। बताया गया है कि इन युवाओं को राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय स्तर पर होने वाले सेमिनार में भी भेजा जाएगा। विशिष्टता के अनुसार उन्हें उच्च स्तर पर प्रशिक्षित भी किया जाएगा। सरकारी की नीतियों को सामने रखने का तरीका भी बताया जाएगा। माना जा रहा है कि यही युवा दस्ता 2019 के चुनाव में युवाओं के बीच जाकर, अपने लोगों के बीच से भाजपा और सरकार के लिए आवाज बनेगा। बताते हैं कि लोकसभा और राज्यसभा सांसदों के क्षेत्र से चुने गए युवाओं के अलावा भी पार्टी उन स्थानों से कुछ नगीने चुनेगी जहां पार्टी का प्रभाव नहीं है। लेकिन विस्तार की संभावना है। लगभग दो हजार युवाओं का यह दस्ता अहम साबित हो सकता है। सूत्रों की मानी जाए तो यह दस्ता सामाजिक- आर्थिक नीति, रोजगार, गरीबी उन्मूलन, महिलाओं के अधिकार जैसे कई विषयों पर खास तौर से प्रशिक्षित होंगे।