मुरैना। 56 साल की उम्र में मध्य प्रदेश के मुरैना स्थित कैलारस की एक ग्राम पंचायत का सरपंच एक 13 साल की बच्ची से शादी करने जा रहा था। नाबालिग से शादी कर अपने घर लाने के लिए सरपंच ने एक हेलीकॉप्टर भी बुक कर रखा था। शादी के लिए सोमवार का दिन तय हुआ था। प्रशासन को पता चला तो जांच के बाद शादी रुकवाई। अब मामला महिला एवं बाल विकास को सौंप दिया गया है और शादी स्थगित कर दी गई है। प्रशासन आरोपी सरपंच के खिलाफ कार्रवाई की प्रक्रिया पूरी करने में जुटा है। जानकारी के अनुसार, 56 साल के बहरारा सरपंच जगन्नाथ गुर्जर की सोमवार को दूसरी शादी होने वाली थी। इसके लिए उसने जिस को दुल्हन चुना, वह महज 13 साल की मासूम थी। इस बात की खबर जब प्रशासन को लगी तो प्रशासन ने महिला एवं बाल विकास विभाग सहित प्रशासनिक अधिकारियों की टीम को पड़ताल के लिए भेजा। टीम ने बालिका के दस्तावेज जांचे, जिसमें स्कूल के दाखिला रजिस्टर में बच्ची की जन्म तिथि साल 2005 लिखी थी। स्कूल से प्रमाणीकरण मिलने के बाद प्रशासन ने बच्ची को नाबालिग मानते हुए शादी रुकवा दी है।
सरपंच ने प्रस्तुत किया मेडिकल
सरपंच ने प्रशासनिक हस्तक्षेप के बाद एक मेडिकल सर्टिफिकेट पेश किया, जिसमें बच्ची की उम्र 18 साल 2 महीने बताई गई है, लेकिन इस सर्टिफिकेट की प्रमाणिकता को प्रशासन ठीक नहीं मान रहा है। प्रशासन के मुताबिक, आयु का पहला प्रमाण जन्म प्रमाण पत्र, दूसरा दाखिला रजिस्टर होता है। जब ये दोनों चीजें उपलब्ध नहीं होती, तब मेडिकल का सहारा लिया जाता है।