देहरादून। द इडियन कैम्ब्रिज स्कूल देहरादून में क्रिसमस दिवस बड़े ही धूमधाम से मनाया गया भारत देश अनेकता में एकता की भावना को रखता हें। जीवन में सभी धर्मो का बहुत महत्व होता हैं। इसी धारणा को ध्यान में रखकर विद्यालय में हरत्यौहार बडी श्रद्वा से मनाया जाता है। दोपहर बाद विधालय मंच क्रिसमस के रंग में रंगा हुआ था। लाल रंग की सज्जा सभी को मोहित कर रही थी मैरी क्रिसमस का बैनर लगा हुआ था और साथ में विशाल सान्ताक्लॉज का पोस्टर रंग मंच का शोभा को बढ़ा रहा था। क्रिसमस ट्री की हरियाली शान्ति का प्रतिक हैं। जो हमें सच्चाई के पथ पर चलने का संकेत देती हें। इस अवसर पर विशेष अतिथि के रूप में डायरेक्टर सैय्यद मौहम्मद यासर उपस्थित थें। प्रधानाचार्या रचना श्रीवास्तव द्वारा कार्यक्रम का शुभारंम्भ किया गया। सर्वप्रथम संगीत अध्यापिका वन्दना आनन्द के निर्देशन में तेरा हो अभिषेक-बच्चो ने सामूहिक गान प्रस्तुत किया। कक्षा एक ,दो औरतीन के बच्चो द्वारा जिंगलवैल जीसस क्राइस्ट के जीवन की झाँकी का सजीव चित्रण प्रस्तुत किया गया। सभी बच्चे लाल वेशभूषा और लाल टोपियों में बडे मनमोहक लग रहे थे।जिंगल वैल, जिंगल वैल गीत ने क्रिसमस का समा बाँध दिया था। इस अवसर पर एकेडमिक कॉडिनेटर मिस रूविना सिद्दकी ने क्रिसमस के महत्व और संदेश के बारे में बच्चो को अवगत कराया। कॉडिनेटर श्रीमती राज श्रीवास्तव द्वारा हिन्दी में वक्तव्य प्रस्तुत किया गया अन्त में बच्चेा ंको जिसकी प्रतीक्षा थी वह पल भी आया। संेता क्लॉज का अचानक आना बच्चो के चेहरे पर एक मुस्कान लेककर आया। चारो तरफ खुशी का वातावरण गूँज उठा।मंच पर सान्ता क्लॉज ने अपने करतब दिखाकर बच्चो के दिलो को जीज लिया। बच्चो को टॉफियाँ व खिलौने बाँटे गये। अन्त में डारेक्टर सर ने अपने वक्तव्य में सबको क्रिसमस की बधाई दी। प्रधानाचार्य रचना श्रीवास्तव द्वारा वोट ऑफ थैक्स दिया गया सन्ता क्लॉज की भूमिका में श्रीमती शगुफ्ता वारसी, अंजली सकसेना वन्दना आनन्द आदि का भी धन्यवाद किया गया जिन्होने कार्यक्रम का सफल संचालन किया। अन्त में राष्ट्रगान द्वारा क्रिसमस फेस्टीवल का समापन हुआ।