देहरादून। उत्तराखंड की कांग्रेस सरकार संकट में पड़ गई है। मुख्यमंत्री हरीश रावत के खिलाफ नौ विधायकों ने शुक्रवार को बगावत कर दी। बागियों की अगुआई कर रहे वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत ने राज्य मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया। राज्य भाजपा के वरिष्ठ नेता डॉ रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि राज्य की मौजूदा सरकार अल्पमत में आ चुकी है। रावत सरकार को नैतिक तौर पर सत्ता में बने रहने का कोई हक नहीं है। उनका कहना था कि यदि रावत सरकार बर्खास्त नहीं की जाती है तो वह इसके लिए राष्ट्रपति का दरवाजा खटखटाएंगे।
वहीं भाजपा महासचिव कैलाश विजवर्गीय ने कहा है कि उत्तराखंड सरकार के पास बहुमत नहीं है और अब उन्हें सत्ता में बने रहने का कोई हक नहीं है। उन्होंने कहा कि हम चुनाव के लिए भी तैयार हैं और सरकार बनाने के लिए भी। विजयवर्गीय ने कहा कि 35 विधायक दिल्ली आ चुके हैं जो आज भाजपा अध्यक्ष से मुलाकात करेंगे और अगर जरूरत हुई तो वे राष्ट्रपति से भी मुलाकात करेंगे। इस बीच कांग्रेस के सभी नौ बागी विधायक भाजपा के 26 विधायकों के साथ दिल्ली पहुंच गए हैं। इन सभी को एक चार्टेड प्लेन से दिल्ली लाया गया है। इन सभी विधायकों को गुड़गांव के एक होटल में ठहराया गया है। यह सभी विधायक आज किसी भी समय भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात करेंगे। इनके साथ भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री कैलाश विजयवर्गीय, राज्य के पूर्व सीएम निशंक और राज्य भाजपा के अध्यक्ष श्याम जाजू भी मौजूद हैं।