देहरादून। पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य सतपाल महाराज ने कहा कि उŸाराखण्ड सरकार में बजट पास ही नहीं हुआ। इससे स्पष्ट है कि सरकार गिर चुकी है। उन्होंने कहा कि स्पीकर कुंजवाल गलत बयानी कर रहे हैं। उस समय सदन में 67 विधायक थे जिसमें से 35 विधायकों ने बजट के खिलाफ मतदान किया।
स्पीकर के यह कहने मात्र से कि बजट पास हो गया नहीं माना जा सकता इसलिए 35 विधायकों नंे राज्यपाल से मिलकर अपनी शिकायत दर्ज करवाई व बताया कि उन्होंने बजट के विरूद्ध मतदान किया। महाराज ने कहा कि हरीश रावत को स्वयं ही अपना सामान समेट कर चले जाना चाहिए। राज्य की जनता हरीश सरकार से अजीज आ चुकी थी उसी का परिणाम कांग्रेस में यह विस्फोट है कि 9 विधायकों ने हरीश सरकार से किनारा कर लिया। मसूरी विधायक गणेश जोशी को भी हरीश रावत ने मतदान से वंचित किया जो कि असंवैधानिक है। महाराज ने कहा कि विधानसभा में जब बजट पास ही नहीं हुआ इसका सीधा अर्थ है कि सरकार गिर चुकी है। अब राज्यपाल को अपनी शक्ति का उपयोग करते हुए अपने विकल्पों का इस्तमाल कर हरीश सरकार को बर्खास्त कर देना चाहिए।