मुंबई की रहने वाली 42 साल की एक महिला का लीवर सफलतापूर्वक 66 साल के लीवर सिरोसिस से जूंझ रहे व्यक्ति में ट्रांसप्लांट कर दिया गया। अब आप सोच रहे होंगे कि अंगदान का ये कोई पहला मामला तो है नहीं। तो बता दें महिला के केस में दो साल पहले उसकी किडनी ट्रांसप्लांट की गई थी, जिसके बाद से वो दवाइयों पर ही थी। इस केस में आमतौर को व्यक्ति का अंगदान करने की डॉक्टर सलाह नहीं देते हैं। हालांकि विदेश में ऐसा एक मामला सामने आ चुका है लेकिन भारत का ये पहला मामला है।
इस केस को लेकर राष्ट्रीय अंग और ऊतक प्रत्यारोपण संगठन (NOTTO) के प्रोफेसर विमल भंडारी का कहना है, इस तरह का मामला हमने पहले कभी भी नहीं सुना है। ये भारत का है पहला ऐसा मामला है जिसमें मरीज की पहले किडनी ट्रांसप्लांट हो चुकी है और उसका अंग किसी जरुरत मंद को दान किया गया है।’
बता दें ऐसे मामलों में जो दवाइयां मरीज लेता है वो काफी तेज होती हैं और शरीर को कमजोर कर देती हैं। दूरदर्शन में काम करने वाली मुंबई की इस महिला का 1 जनवरी को इंटरनल ब्लीडिंग के चलते ब्रेन डेड हो गया था जिसके बाद उसका अंगदान किया गया।