देहरादून। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी सदस्य तथा पिथौरागढ़ से पिछले चुनाव में कांग्र्र्र्र्रेस प्रत्याशी रहे रवीन्द्र सिंह बिष्ट भी आज भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गये। वे पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा के उस ऐलान के अनुकरण में लगता है कि हर दिन कोई न कोई बडा कांग्रेसी भाजपा में आयेगा क्योंकि जिस आयोजन में बिष्ट भाजपा में शामिल हुए, उस अवसर पर उन्हांेने मीडिया के सामने एक शब्द नहीं बोला। विजय बहुगुणा ने ही बताया कि उत्तराखंड में एआईसीसी के मात्र 18 सदस्य होते हैं। वे पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष भी रह चुके हैं। हालांकि आयोजन था भी यमकेश्वर में विद्रोही नामांकनकर्ता विजय बड़थ्वाल के नाम वापसी की घोषणा का। हां, इस मौके पर विजय बहुगुणा ने पत्रकारों से कहा कि हर आने वाला दिन सिद्ध कर रहा है कि हमारा मुकाबला कांग्रेस से नहीं, हरीश कांग्रेस से है। उन्होंने मुख्यमंत्री हरीश रावत के प्रदेश में राज्यपाल शासन को न्यायपालिका के महापाप कहे जाने के उल्लेख पर कहा कि न्यायपालिका का सम्मान है लेकिन देश में यह महापाप 112 बार हुआ है जिसमें यह महापाप कांग्रेस के शासन में सौ बार हुआ है। स्टिंग आपरेशन के सब्ज्यूडिस होने से चुनाव आयोग से इसके प्रसारण पर प्रतिबंध के सवाल पर उनका कहना था कि स्टिंग आपरेशन में क्या है,इसे दुनिया जान चुकी है और यह भी कि मुख्यमंत्री उसका खंडन नहीं कर सकें। उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री 18 मार्च को अल्पमत में आ चुके थे और विधानसभा अध्यक्ष के पक्षपात से उनकी सरकार बची । इस तरह वे अपनी महत्वाकांक्षा के चलते जनविश्वास, चरित्र, आचरण और न्याय निष्ठा सब कुछ गंवा चुके हैं। मुख्यमंत्री के आज के संकल्पों के संदर्भ में उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री के संकल्प और घोषणाओं का क्या कहना? इसमें तो वे गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में नाम लिखा सकते हैं। उन्होंने कहा कि रावत जितनी घोषणायें कर चुके हैं,उन्हे पूरा करने को उनका तीन बार मुख्यमंत्री बनना भी नाकाफी पडे़गा। इस तरह उनकी बिना किसी बजट के की गई सभी घोषणायें उन्ही के गले की फांस बनने वाली है।