मुम्बई। अपने बेहतरीन हरनफनमौला खेल के दम पर भारत ने रविवार (24 दिसंबर) को वानखेड़े स्टेडियम में खेले गए तीसरे और आखिरी टी-20 मैच में श्रीलंका को पांच विकेट से हरा दिया। इसी के साथ भारत ने तीन टी-20 मैचों की सीरीज पर 3-0 से कब्जा जमा लिया। भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने टॉस जीतकर श्रीलंकाई टीम को बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित किया और अपने गेंदबाजों के दम पर उसे निर्धारित 20 ओवरों में सात विकेट के नुकसान पर 135 रनों पर ही सीमित कर दिया। इस आसान से लक्ष्य को हासिल करने के लिए हालांकि मेजबान टीम को आखिरी ओवर की दूसरी गेंद तक का इंतजार करना पड़ा।
भारत ने पांच विकेट खोकर लक्ष्य हासिल करते हुए श्रीलंका के जीत के साथ दौरे का अंत करने के सपने को तोड़ दिया। मैच के बाद जब टीम इंडिया के बाकी खिलाड़ी प्रजेंटेशन और जीत के जश्न में जुटे, तो महेंद्र सिंह धोनी श्रीलंकाई खिलाड़ियों को टिप्स देते नजर आए। धोनी ने क्या कहा, यह साफ नहीं हुआ मगर कमेंटेटर्स ने कहा कि वह ‘अकिला धनंजय जैसे युवा श्रीलंकाई खिलाड़ियों से कह रहे हैं कि परेशान मत हो। अभी युवा हो, आगे बहुत लंबा कॅरियर है। स्किल्स पर ध्यान दो और अपना खेल बेहतर करो।’
भारत को हालांकि अच्छी शुरुआत नहीं मिली थी। उसने 17 के कुल स्कोर लोकेश राहुल (4) का विकेट खो दिया था। वहीं कप्तान रोहित (27) 39 के कुल स्कोर पर दासुन शनका की गेंद पर आउट हो गए थे। युवा बल्लेबाज श्रेयस अय्यर (30) ने मनीष पांडे (32) के साथ भारतीय पारी को अच्छी तरह आगे बढ़ाया, लेकिन 81 के कुल स्कोर पर वह दुर्भाग्यवश तरीके से रन आउट हो गए। धनंजय डी सिल्वा की गेंद को पांडे ने सीधे मारा जो धनंजय के हाथ से टकरा कर दूसरे छोर पर लगे स्टम्प में लगी। इस समय अय्यर दूसरे छोर पर क्रिज से बाहर थे और इसी कारण रन आउट हो गए। हार्दिक पांड्या सिर्फ चार रन ही बना सके।
पांडे की पारी का अंत दुशमंथा चामिरा ने एक बेहतरीन इन स्विंग गेंद से 108 के स्कोर पर किया। यहां से मैच फंसता नजर आ रहा था, लेकिन दिनेश कार्तिक (नाबाद 18) और महेंद्र सिंह धौनी (16) ने अपने अनुभव का इस्तेमाल करते हुए मैच भारत की झोली में डाल दिया। ससे पहले, भारत के लिए जयदेव उनादकट और पांड्या ने दो-दो विकेट लिए। वॉशिंगटन सुंदर, मोहम्मद सिराज और कुलदीप यादव ने एक-एक विकेट लिया।